कवरेज इंडिया हेल्थ डेस्क
बवासीर, एक ऐसी बीमारी है जिसे रोगी किसी को भी बताने से हिचकता है, और यही कारण है कि बवासीर भगंदर का रूप ले लेती है। हम आपको बता दें कि प्रयागराज शहर के ताशकंद मार्ग (पत्रिका प्रेस के सामने) सिविल लाइंस प्रयागराज स्थित "कायाकल्प आर्युवेदिक चिकित्सा एवं अनुसंधान केन्द्र" में डा0 नरेंद्र पाण्डेय व डा अर्चना पाण्डेय द्वारा आयुर्वेद की प्राचीन क्षारसूत्र चिकित्सा द्वारा फिस्चुला, पाइल्स, फिशर आदि की सफलतम् चिकित्सा की जाती है।
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डा0 नरेंद्र अपने क्लीनिक में ही "पंचकर्म" चिकित्सा भी संचालित करते हैं जिससे अब तक हजारों लोग लाभान्वित हो चुके हैं। गौरतलब है कि क्षार सूत्र चिकित्सा विधि से डॉक्टर नरेंद्र एवं डॉ अर्चना द्वारा अब तक हजारों मरीजों को जीवनदान मिल चुका है और वह अपना स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। यही नहीं "कायाकल्प आर्युवेदिक चिकित्सा एवं अनुसंधान केन्द्र" में डा0 नरेंद्र पाण्डेय जी द्वारा गुप्त रोग, शुक्राणु की कमी, निल शुक्राणु, धात रोग, शीघ्रपतन, नपुंसकता, स्त्री रोग, संतानहीनता, ल्यूकोरिया के साथ ही गठिया, जोड़ों का दर्द, चर्म रोग, उदर रोग, गुर्दे की पथरी, डायबीटीज, कैंसर आदि की चिकित्सा भी की जाती है।
डॉ. नरेंद्र पांडेय
B.A.M.S. , P.G.P.P. एम डी (आर्युवेद)
(आयुर्वेद एवं पंचकर्म विशेषज्ञ)
डॉ. अर्चना पांडेय
B.A.M.S. , P.G.D.K. (B.H.U)
(आयुर्वेद एवं छार सूत्र विशेषज्ञ)