}(document, "script")); प्रयागराज में बनेगा 1500 सौ मीटर लंबा फ्लाईओवर, जाम से मिलेगी मुक्ति, पढ़िए विस्तार से

प्रयागराज में बनेगा 1500 सौ मीटर लंबा फ्लाईओवर, जाम से मिलेगी मुक्ति, पढ़िए विस्तार से


कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क प्रयागराज

प्रयागराज के लोगों को जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है, जी हां, प्रयागराज में रहने वाले लोगों को आप जल्द ही जाम से मुक्ति मिलने वाली है। अक्सर यह देखा जाता है कि प्रयागराज के चौफटका इलाके से लेकर धूमनगंज प्रीतम नगर इत्यादि इलाकों में लंबा जाम लग जाता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। दरअसल सेतु निगम और सेना के बीच चौफटका से बनने वाले दो लेन के फ्लाईओवर और चार लेन के आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) के निर्माण को लेकर चला आ रहा जमीनी विवाद जल्द ही सुलझने वाला है। जमीन को लेकर सेना और सेतु निगम के अधिकारियों के बीच सकारात्मक वार्ता अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। 15 दिनों के भीतर दोनों विभागों के बीच जमीन को लेकर लिखित समझौता होने की बात कहीं जा रही है। समझौता के बाद निर्माण शुरू हो जाएगा। इस समझौते के बाद प्रयागराज शहर वासियों ने खुशी का माहौल है। क्योंकि इस फ्लाईओवर से न सिर्फ जाम से निजात मिलेगी बल्कि शहर के विकास को भी नए पंख लगेंगे।

कहां बनेगा आरओबी और फ्लाईओवर : 284.21 करोड़ रुपये की लागत से आरओबी का निर्माण चौफटका स्थित महिला ग्राम स्कूल के पास से होना है। वहीं फ्लाईओवर का निर्माण जीटी रोड से कानपुर रोड पर किया जाएगा। फ्लाईओवर की लंबाई तकरीबन 400 मीटर होगी। आरओबी तकरीबन 1500 मीटर लंबा होगा। इन दोनों परियोजनाओं के निर्माण में कुल 284.21 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है।

आरओबी व फ्लाईओवर से क्‍या मिलेगा लोगों को फायदा : आरओबी और फ्लाईओवर बनने से न केवल प्रयागराज के लोगों को बमरौली एयरपोर्ट की राह आसान होगी, बल्कि जाम से भी मुक्ति मिलेगी। कौशांबी के बौद्ध और जैन स्थलों पर पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

सेतु निगम के महाप्रबंधक बोले- दोनों परियोजनाएं दो वर्ष में पूरा करने की तैयारी है : सेतु निगम के महाप्रबंधक आरके सिंह के मुताबिक इन दोनों ही परियोजनाओं का निर्माण दो साल में पूरा किया जाना है। लेकिन जमीनी विवाद के कारण कुछ देरी हो रही है। अब सेना से समझौता होने के बाद निर्माण तेजी से शुरू हो जाएगा।

जमीन को लेकर कई निर्माण फंसे हैं : प्रयागराज शहर में आरओबी हो य फिर फ्लाइओवर या फिर अन्य परियोजनाएं, कई तो जमीनी विवाद के कारण फंसी हुई है। शहर में सलोरी आरओबी, चौफटका आरओबी और फ्लाइओवर के अलावा स्मार्ट सिटी योजना के तहत बहुउद्देशीय हाल का निर्माण भी रुका हुआ है।



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