कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क
गोंडा: यूपी में उमस भरी भयानक गर्मी से सभी बहुत परेशान हैं लेकिन गोंडा (gonda news) की करनैलगंज तहसील के सुमित कुमार यादव इतने परेशान हुए कि उन्होंने बारिश के देवता इंद्रदेव के खिलाफ (complaint against indra dev) ही अर्जी दे डाली। इससे भी बढ़कर हुआ यह कि पूर्ण समाधान दिवस पर तहसीलदार साहब ने उसे मंजूर कर कार्रवाई के लिए आगे भी बढ़ा दिया। बारिश का तो पता नहीं लेकिन जिलाधिकारी ने आदेश देने वाले तहसीलदार के खिलाफ जांच का आदेश दे दिया है।
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गोंडा जिले की करनैलगंज तहसील में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ था। यहां विकासखंड कटरा बाजारा के कौडिया थाना क्षेत्र के झाला निवासी सुमित यादव ने शिकायती पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने लिखा, 'विगत कई माह से पानी नहीं गिर रहा है। जिससे जनमानस बहुत ही परेशान है। जीव-जंतुओं और खेती पर भारी प्रभाव पड़ रहा है। जिससे घर में रह रही औरतें और छोटे बच्चे काफी ज्यादा परेशान हैं। अतः निवेदन है कि आवश्यक कार्रवाई करने की कृपा करें। 'यह लेटर मुहर लगाकर कार्रवाई के लिए आगे बढ़ा दिया गया। लेकिन जब यह शिकायती पत्र वायरल हुआ तो बात जिलाधिकारी तक पहुंची। बताया जाता है कि उन्होंने मामले की जांच करने का आदेश दे दिया है कि आखिर बिना देखे पत्र को आगे कैसे बढ़ा दिया।
कवरेज इंडिया की तफ्तीश में लेटर निकला फर्जी
वही अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए कवरेज इंडिया की टीम ने जब इस खबर की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि तहसील में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान इंद्र भगवान के खिलाफ बरसात न करवाने का को शिकायती पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था वह पूरी तरह से फर्जी था। इस मामले की रविवार को मुख्य राजस्व अधिकारी (सीआरओ) जयनाथ यादव, तहसीलदार नरसिंह नरायन वर्मा व सीओ मुन्ना उपाध्याय ने जांच की। इसके बाद कोतवाली में कटराबाजार के ग्राम झाला निवासी सुमित कुमार यादव के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
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सीआरओ जयनाथ यादव ने बताया कि मामले की जांच के दौरान खुलासा हुआ कि सकरौरा नगर के पुनीत यादव ने मोबाइल फोन पर धमकी मिलने की शिकायत क्रमांक 684 पर की थी। इस सीओ ने संज्ञान लेकर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। जबकि, इसी क्रमांक पर इंद्रदेव के खिलाफ शिकायत दिखाकर तहसीलदार की फर्जी मुहर और हस्ताक्षर से सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। इसी मामले में अधिवक्ता बरखण्डी गुप्ता से भी जब पूछताछ की गई तो उन्होंने भी शिकायती पत्र पर अपना हस्ताक्षर होने से इनकार किया।
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सीआरओ ने बताया कि संबंधित गांव के लेखपाल, प्रधान और कोटेदार ने सुमित कुमार यादव नाम के किसी व्यक्ति के गांव में होने से इनकार किया। सीओ मुन्ना उपाध्याय ने बताया कि मामला दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। कोतवाल सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि इंद्र देव के फर्जी वायरल शिकायती पत्र पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है। रविवार को भी यह प्रकरण लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। तहसीलदार ने बताया कि वायरल प्रार्थनापत्र पूर्णतया फर्जी है, उस बने हस्ताक्षर भी फर्जी हैं।