कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क प्रयागराज
Prayagraj। हनुमानगंज:- लगातार गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर से चिंतित जिला प्रशासन बाढ़ राहत शिविरों की स्थापना और वितरण की जाने वाली सामग्रियों की गाइडलाइन जारी करते हुये कर्मचारियों और अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश भी दे दिया हो किन्तु तहसील फूलपुर के कछारी इलाकों के दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस जाने से जहाँ हजारों वीघे फसल जलमग्न हो गयी और दर्जनों गांवो का सम्पर्क मार्ग भी मुख्य सड़क से कट गया है किन्तु बाढ़ चौकी महर्षि दुर्वासा आश्रम पर तहसील का कोई कर्मचारी नजर नहीं आ रहा हैं बाढ़ चौकी पर भी कोई व्यवस्था नहीं है उक्त गाँव के लेखपाल देवेन्द्र सरोज का भी मोबाइल हमेशा बंद रहता है तहसील स्तर पर भी बाढ़ नियंत्रण केन्द्र की कोई व्यवस्था नहीं है समस्त कार्यवाही महज कागजी खानापूर्ति की जा रही हैं
गंगा व जमुना के बढ़ते जलस्तर से जिला प्रशासन भले ही सतर्क हो किन्तु तहसील फूलपुर के कर्मचारियों और अधिकारियों की कुम्भकर्णी नींद टूटने का नाम नहीं ले रही हैं बाढ़ का पानी गंगा के तटीय गाँव लीलापुर कला, लीलापुर खुर्द,धोकरी कछार,कोटवा,कोलाही, जमुनीपुर,दुबावल, ककरा उपरहार,पट्टी बैरीशाल,बदरा,सोनौटी, छतनाग,भदकार,नींबी सहित दर्जनों गांवो में पानी घुस जाने से जहाँ हजारों वीघे फसल जलमग्न हो गयी हैं वहीं कई जगह सम्पर्क मार्ग भी जलमग्न हो जाने के कारण आवागमन भी बाधित हो गया है तहसील प्रशासन द्वारा बनायी गयी बाढ़ चौकियों पर तहसील का कोई कर्मचारी नहीं दिखायी दे रहा हैं लीलापुर कला और दुबावल बाढ़ चौकी पर कोई व्यवस्था नहीं है न तो नाव की और न किसी प्रकार की सुविधा है महर्षि दुर्वासा आश्रम बाढ़ चौकी और गाँव के लेखपाल देवेन्द्र सरोज का मोबाइल फोन भी हमेशा बंद रहता हैं तहसील स्तर पर भी बाढ़ नियंत्रण केन्द्र स्थापित नहीं है. तहसील प्रशासन बाढ़ की समस्या से निपटने के लिये तैयार नहीं है यदि हालात यही रहा तो तहसील प्रशासन बाढ़ नियंत्रण में पूरी तरह फेल रहेगा।