}(document, "script")); Pratapgarh: बाबा बेलखरनाथ धाम में हैंडपंप रीबोर के नाम पर हुआ लाखों का घोटाला, तीन गांव में पचासों लाख रुपए का बंदरबांट

Pratapgarh: बाबा बेलखरनाथ धाम में हैंडपंप रीबोर के नाम पर हुआ लाखों का घोटाला, तीन गांव में पचासों लाख रुपए का बंदरबांट


कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क प्रतापगढ़।

Pratapgarh: रखहा। हैंडपंप रिबोर, मरम्मत के नाम पर बेलखरनाथ में लाखों रुपए खातों से निकाले गए ।जमीनी हकीकत चौंकाने वाली है। ग्राम पंचायत खातों से पैसे निकाले तो गए लेकिन रीबोर व मरम्मत कागजों पर ही हो गए। जांच हुई तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। विकासखंड बेलखरनाथ की ग्राम पंचायतों में हैंडपंप रिबोर और मरम्मत के नाम पर लंबा खेल हो रहा है ।अधिकांश गांव पंचायतों में 5लाख से लेकर दस लाख रुपए हैंडपंप मरम्मत और रीबोर के नाम पर निकाल लिए गए हैं।

आश्चर्य की बात यह है कि जिन नामों से पैसे निकाले गए उन लोगों को पता ही नहीं है कि उनका हैंडपंप कब रिबोर हुआ है बेलखरनाथ लाख के पूर्व जिला पंचायत सदस्य इंसाफ बहादुर सिंह ने जिला विकास अधिकारी प्रतापगढ़ को दिए शिकायती प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि बेलखरनाथ में हैंडपंप मरम्मत और रिबोर के नाम पर लाखों के वारे न्यारे किए गए हैं प्रकरण में जांच में सच्चाई सामने आ सकती है लेकिन जिला विकास अधिकारी के पत्र के बाद भी उसे विभागीय अधिकारियों ने ठंडे बस्ते में डाल दिया अंदर खाने चर्चा है कि पूरे मामले को सियासी दबाव के चलते मैंनेज कर लिया गया है ।खेल को मैनेज करने में अधिकारियों की जेब भरी गई है।बता दें कि बाबा बेलखरनाथ धाम क्षेत्र के 78 गांव में रीबोर मरम्मत कार्य के लिए आए लाखों रुपए ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर हजम कर लिया है । पंचायती राज विभाग के सरकारी बेवसाइट पर बाबा बेलखरनाथ धाम के 78 गांव में हैंडपंप मरम्मत व रीबोर का खेला प्रत्यक्ष रूप से दिख रहा है। 

सबसे बड़ी बात यह है कि रसुलहा बडारी मोलनापुर के प्रधान द्वारा ग्रामीण से रीबोर के नाम पर पांच हजार रुपए लिया गया । सांगा पट्टी उडैयाडीह गहरी चक गांव में लगभग सैकड़ों इंडिया मार्का हैंडपंप जो रीबोर मरम्मत के लिए खड़े हैं ।इन पर खर्च होने वाला धन खाते से निकाला जा चुका है। अब सवाल यह उठता है कि क्या इस तरह के मामलों में शासन प्रशासन कोई जांच पड़ताल करेगा या फिर इसी तरह से घोटालेबाज अपना काम करते रहेंगे। सबसे अधिक गहरी चक गांव में दो हजार बीस इक्कीस बाइस में फाइनेंशियल वर्ष में बिना किसी कार्य के तीस लाख रुपए निकला है। इसी तरह से सांगा पट्टी में भी घोटला सामने आ गया है।उडैयाडीह पीछे नहीं है।इस संबंध में खंड विकास अधिकारी उमेश पाण्डे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले में हमें कोई जानकारी नहीं है इस समय अवकाश पर हूं।

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