कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क
Uttar Pradesh top 25 richest person : आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया की तरफ से साल 2022 के लिए जारी रिच लिस्ट में गौतम अडानी 10.94 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ पहले पायदान पर जा पहुँचे हैं, जबकि पिछले वर्ष लिस्ट में पहले नंबर पर रहे मुकेश अंबानी इस वर्ष की लिस्ट में 7.94 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर हैं। हुरुन इंडिया की ओर से जारी इस लिस्ट में करोड़पतियों के बारे में राज्यवार जो जानकारी दी गयी है, उसके मुताबिक इस बार उत्तर प्रदेश में इस बार अमीरों की तादाद में खासा इजाफा हुआ है। हालांकि राज्यवार अमीरों की सूची देखी जाये तो महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा अरबपति हैं।
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‘फिजिक्सवाला’ के संस्थापक अलख पांडेय की वजह से प्रयागराज एक फिर चर्चा में है। इस बार चर्चा की वजह है अंतर्राष्ट्रीय हुरुन रिचलिस्ट, जिसमें अलख का नाम भी शामिल किया गया है। अलख की बदौलत इस लिस्ट में प्रयागराज को पहली बार स्थान मिला है। अलख की कंपनी ‘फिजिक्सवाला’ इसी साल जून में देश की 101वीं यूनिकॉर्न बनी थी। प्रयागराज के अलख पांडेय ने महज 30 साल की उम्र में 777 करोड़ रुपये की कंपनी खड़ी कर सबको चौंका दिया था।अलख का सपना कुछ नया करने का था। इसी वजह से 2014 में उन्होंने कानपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज की पढ़ाई तीसरे वर्ष में ही छोड़ दी और प्रयागराज लौट आए। यहां कोचिंग संस्थान से जुड़े, जहां पांच हजार रुपये मिल रहे थे। कुछ दिनों बाद दूसरे कोचिंग संस्थान में भी मौका मिला और यहीं से कोचिंग में नई शुरुआत का आइडिया आया। 2016 में यूट्यूब चैनल बनाया मगर एक साल में चार हजार सब्सक्राइबर ही मिले। इसके बाद लोकप्रियता बढ़ती चली गई।
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स्कूल और कॉलेज में नुक्कड़ नाटक करने वाले अलख कभी एक्टर बनना चाहते थे लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। समय ने ऐसी करवट बदली कि आज देश-दुनिया के करोड़ों छात्र-छात्राएं उनसे पढ़ने को उत्सुक रहते हैं। 30 वर्षीय अलख पांडे और दोनों के पास 4,000 करोड़ रुपये की व्यक्तिगत संपत्ति है और 1,103 व्यक्तियों की सूची में 399वें स्थान पर हैं। 25 उद्योगपतियों की सूची में पहली बार शामिल होने वाले कारोबारियों की संख्या चार है। इनमें प्रयागराज के अलख पांडेय (फिजिक्सवाला), नोएडा से याशीष दहिया (फिनटेक), आगरा के मोहम्मद आशिक कुरैशी (एचएमएल एग्रो) और कानपुर की सुशीला देवी सिंघानिया (जेके सीमेंट) के नाम हैं। कानपुर के इरशाद मिर्जा (मिर्जा टेनर्स) को पांच साल बाद दोबारा सूची में जगह मिली है।
आइए बताते हैं कि यूपी में कौन है टाॅप पर
घड़ी समूह के मालिक मुरली बाबू इस बार भी यूपी के सबसे बड़े रईस घोषित किए गए हैं। इसी के साथ प्रदेश में 1000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति वाली हस्तियों की संख्या बढ़ गई है। अंतर्राष्ट्रीय हुरुन रिचलिस्ट में इस बार यूपी के 25 उद्योगपतियों को जगह मिली है। यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। पिछली सूची में यह संख्या 22 थी। बता दें कि हुरुन की सूची में शामिल होने के लिए न्यूनतम 1000 करोड़ रुपये की नेटवर्थ होना जरूरी है।
बुधवार 21 सितंबर को जारी सूची के मुताबिक यूपी में सबसे बड़े रईस के रूप में घड़ी समूह के मालिक मुरली बाबू अपने स्थान पर इस बार भी डटे रहे। हालांकि वह देश के अमीरों की लिस्ट में 149 वें पायदान पर हैं। पिछले साल की तुलना में उन्होंने 28 पायदान की छलांग मारी है। 2021 में उनकी नेटवर्थ 9800 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 12,000 करोड़ हो गई है। उनके भाई बिमल ज्ञानचंदानी दूसरे नंबर पर काबिज हैं, जिनकी नेटवर्थ 8ए000 करोड़ रुपये है। पिछले साल वह 6600 करोड़ के साथ तीसरे नंबर पर थे।
अरबपतियों के मामले में नोएडा टॉप और दूसरे नंबर पर आगरा
अरबपतियों की सूची में नोएडा के आठ, आगरा के छह, कानपुर और लखनऊ के पांच-पांच उद्योगपतियों को जगह मिली है। पहली बार प्रयागराज ने भी अपनी जगह बनाई है। फिजिक्सवाला कोचिंग के अलख पांडेय ने 4400 करोड़ नेटवर्थ के साथ रिचलिस्ट में सीधे प्रवेश किया है। 25 उद्योगपतियों की सूची में पहली बार शामिल होने वाले कारोबारियों की संख्या चार है। इनमें प्रयागराज के अलख पांडेय (फिजिक्सवाला), नोएडा से याशीष दहिया (फिनटेक), आगरा के मोहम्मद आशिक कुरैशी (एचएमएल एग्रो) और कानपुर की सुशीला देवी सिंघानिया (जेके सीमेंट) के नाम हैं। कानपुर के इरशाद मिर्जा (मिर्जा टेनर्स) को पांच साल बाद दोबारा सूची में जगह मिली है।
इन 25 उद्योगपतियों के पास 67,200 करोड़ रुपए
रिचलिस्ट में शामिल यूपी के 25 उद्योगपतियों के पास कुल 67,200 करोड़ रुपये की संपत्ति है। पिछले साल इस लिस्ट में 22 कारोबारी थे, जिनके पास कुल 67ए100 करोड़ की संपत्ति थी। साफ है कि अरबपतियों की संख्या तो बढ़ी है, मगर पूंजी में खास इजाफा नहीं हुआ। इसीलिए उद्योगपतियों की संख्या बढ़ने के बावजूद कुल संपत्ति में इजाफा केवल 100 करोड़ रुपए ही हुआ है।
स्टार्टअप की बढ़ी धाक
'हुरून रिचलिस्ट' में सूर्या एग्रो फूड को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। ब्रजेश अग्रवाल देश में 531 वें स्थान पर हैं, जबकि पिछले साल उनकी रैंक 296 थी। इसी तरह आगरा के पीएनसी इंफ्राटेक के जैन बंधु भी 176 पायदान नीचे खिसक गए हैं। एपको इंफ्राटेक के वीके सिंह 194 रैंक नीचे आ गए हैं। अर्बन कंपनी के राघव चंद्रा ने सीधे 98 रैंक की उछाल मारी है। इस बार वह देश के 711वें रईस हैं, जबकि पिछले साल 809वें स्थान पर थे। मुरली बाबू ने भी 28 स्थानों की तरक्की की है।