कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क
पट्टी/ विकास खंड बाबा बेलखरनाथ धाम क्षेत्र में ऐसा कोई गांव नहीं है जहा पर हैंडपंप रीबोर मरम्मत के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए का बंदरबांट कर दिया गया। हालात यह है कि गांव में किसी भी व्यक्ति का हैंडपंप रीबोर मरम्मत कार्य हुआ ही नहीं है। मैं खुद ही एक पीड़ित व्यक्ति हू दो महीने से घर का हैंडपंप बालू मिट्टी दे रहा है वीडियो एडीओ सहित अन्य अधिकारी से रीबोर के लिए कहां लेकिन आज तक सिर्फ पूछने के बाद कोई भी लौटा नहीं है। वर्तमान सचिव रिबोर हैंडपंप देखकर 15 दिन पहले चले गए 2 दिन में रिबोर कराने की बात कही थी लेकिन ढाक के तीन पात वाली बात कहावत चरितार्थ होती है। बेलखरनाथ धाम में कुल 78 गांव हैं महज 2/या 4 गांव को छोड़ दिया जाए तो ऐसा कोई गांव नहीं है जहां पर सिर्फ और सिर्फ हैंडपंप रिबोर मरम्मत के नाम पर पांच लाख से लेकर बीस लाख तक ग्राम सभा के खातिर से प्रधान और सचिव द्वारा निकाला गया लेकिन गांव में एक दो व्यक्ति को छोड़कर किसी भी ग्रामीण का हैंडपंप रिबोर मरम्मत हुआ ही नहीं है हकीकत गांव में पहुंचने के बाद अपने आप सामने आ रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री शून्यता लेंस की बात कर रहे हैं और यहां ग्रामीण इलाकों में सरकार के खजाने को बिना किसी कार्य के खाली कर दिया गया है।
गांव के लोग बालू मिट्टी का पानी छानकर पीने को मजबूर हो गए हैं। मुख्यालय पर बैठे हुए अधिकारी भी इस लूट में शामिल हैं बिना बडका साहब के इशारे पर यह खेल करना असम्भव है। गांव का विकास नहीं बल्कि प्रधान अपना अपना आफिस बनाकर बियर बार और होटल खोलकर अय्याशी कर रहे हैं। गांव का गरीब प्रधान से मदद के लिए कर जाता है तो घंटों वह कांच के दरवाजे के बाहर रहता है इस तरह से चल रही है गांव सभा की विकास यात्रा। चुनाव के दौरान ग्रामीणों को लोक लुभावने वादे करके और धन के बल पर वोट लेकर प्रधान हुए हैं। डेढ़ साल में प्रधानों के क्रियाकलापों से ग्रामीण सब कुछ समझ गया है।