}(document, "script")); जानिए क्यों हुआ सिविल लाइन्स का हृदय धड़कना बन्द, प्रयागराज के पत्रिका मार्ग पर क्यों छाया रहता है अँधेरा

जानिए क्यों हुआ सिविल लाइन्स का हृदय धड़कना बन्द, प्रयागराज के पत्रिका मार्ग पर क्यों छाया रहता है अँधेरा



कवरेज इंडिया न्यूज़ डेस्क प्रयागराज

प्रयागराज - सिविल लाइंस इस शहर का हृदय स्थल है आज सिविल लाइंस की रौनक धुंधली होती जा रही है,क्योंकि यहाँ की आधी से ज्यादा स्ट्रीट लाइट खराब है जहां एक ओर हम आजादी का अमृत महोत्सव बना रहे थे वहीं दूसरी ओर सिविल लाइंस में लगे अधिकांश लैम्प पोस्ट अपनी दुर्दशा को बयां कर रहे थे । नगर निगम के उच्च अधिकारियों को आते जाते मार्गों में कभी भी यह दिखाई नहीं दिया है की शहर के हृदय स्थल में लगे स्ट्रीट लाइट को ठीक करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करें। नगर का प्रत्येक प्रशासनिक अधिकारी व सभी दलों के सामाजिक राजनैतिक धार्मिक संस्थाओं के लोग सिविल लाइंस में अवश्य आते जाते हैं अथवा गुजरते हैं लेकिन इस विडंबना पूर्ण स्थिति की ओर कोई आवाज उठाता नहीं है दुर्भाग्य है इस शहर का बड़े -बड़े माननीय, अधिकारीगण टहलने भी निकलते हैं, सिविल लाईन ताशकन्द मार्ग पत्रिका हॉउस के सामने भी लगभग 100मीटर तक अंधकार छाया रहता है कभी जुगनू की तरह चमक भी जाता है, कई कोचिंग होनें की वजह से हजारों छात्र छात्राओं का आवागमन रहता है रात्रि में अँधेरा होनें पर छात्राओं को भी सूनसान मार्ग पर पैदल अकेले भी जाना पड़ता है भेड़ियों का भय भी लड़कियों को निश्चित ही सताता होगा, मगर नगर निगम या जिम्मेदार लोगों से जैसे कोई लेना देना ही नहीं है आखिर इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन है ।

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