कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज
Asad Ahmed Encounter: कहते हैं कि बच्चों को बनाने और बिगाड़ने में सबसे बड़ा एवं अहम रोल उनके माता-पिता का होता है। क्योंकि माता-पिता बचपन से अपने बच्चों को जो शिक्षा देंगे बड़ा होकर बच्चा वैसा ही बनेगा। ठीक इसी पद्धति को फॉलो करते हुए प्रयागराज के माफिया डॉन अतीक अहमद और उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन ने भी अपने बच्चे को बचपन से ही माफिया बनाने का सपना देख रखा था। अतीक अहमद और उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन ने जो सपने देखे थे उसमें धीरे-धीरे उसका बेटा शब्द आगे बढ़ रहा था लेकिन उन्हें क्या पता था कि उमेश पाल हत्याकांड में उसके बेटे का शामिल होना उसके लिए मौत का सबब बन जाएगा। दरअसल माफिया अतीक (Atiq Ahmed) के बेटे असद और उसके सहयोगी गुलाम मोहम्मद को यूपी एसटीएफ (UP STF) ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. उसके अम्मी-अब्बा दोनों ही उसके जनाजे में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन एक तरफ बाप अतीक पुलिस की गिरफ्त में है तो दूसरी तरफ मां को पुलिस का डर है. असद की मां शाइस्ता परवीन ने गुलाम को असद का साथ ना छोड़ने को कहा था और हर मुश्किल घड़ी में उसका साथ देने का वादा लिया था.
असद की मां शाइस्ता ने कहा था कि वह मासूम बच्चा है उसके साथ रहना और उसको बाहर निकलने में उसकी मदद करना. माफिया डॉन अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन से बातचीत के बाद असद को पुलिस से बचाने के लिए गल्फ कंट्री भगाने को कहा था, लेकिन पासपोर्ट सहित अन्य वजह से वह नहीं भाग सका. शाइस्ता परवीन और भाई अशरफ पुलिस को चकमा देकर लगातार असद को बचाने की कोशिश कर रहे थे.
नेपाल भागने की फिराक में था असद
हालांकि, असद कुछ समय नेपाल जाने की फिराक में था, लेकिन वहां एसटीएफ की टीम पहले से लगी थी. जिसकी वजह से वह नहीं छुप सका. अतीक ने पैसे के लिए अपने अन्य प्रदेश में लोगों को शूटरों की मदद के लिए शाइस्ता परवीन को पैसा भिजवाने के लिए कहा था. असद अहमद को शनिवार (15 अप्रैल) को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. इसके बाद असद के परिजन, कब्रिस्तान से लौट आए. फिलहाल कसारी-मसारी कब्रिस्तान के पास कड़ी सुरक्षा तैनात है.
एटीएस की टीम ने शुक्रवार (14 अप्रैल) को अतीक अहमद से उसके आतंकी संगठनों और आईएसआई से संबंधों को लेकर लंबी पूछताछ की. अतीक के पाकिस्तान से हथियार खरीदने समेत कुछ अन्य बिंदुओं पर एटीएस अपनी पड़ताल कर रही है.