}(document, "script")); रूट्स 2 रूट्स द्वारा संस्कृति और विज्ञान-प्रौद्योगिकी के संगम से प्रेरित एक सशक्त भारत की दिशा

रूट्स 2 रूट्स द्वारा संस्कृति और विज्ञान-प्रौद्योगिकी के संगम से प्रेरित एक सशक्त भारत की दिशा


कवरेज इंडिया संवाददाता

प्रयागराज। रूट्स 2 रूट्स, आई रोबोकिड के सहयोग से, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में कला और संस्कृति को उसके मूलरुप से जोड़ने पर विचार करने के लिए एक विशेष व्याख्यान-संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में रूट्स 2 रूट्स की संस्थापक श्रीमती टीना वचानी और श्री राकेश गुप्ता, और आई रोबोकिड के संस्थापक डायरेक्टर श्री कौशल चेडा ने मुख्य अतिथि और सभी उपस्थित अतिथिगणों का स्वागत किया। रूट्स 2 रूट्स का यह कार्यक्रम इस तरह का पहला सेमिनार कहना उचित होगा जिसमें शिक्षा नीति 2020 के अनुसरण में कला को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने में नेशनल काउंसिल ऑफ एड्यूकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT), सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) के वरिष्ट अधिकारियों से मिलने का अवसर मिला। केंद्रीय विद्यालय संगठन (Kendriya Vidyalaya Sangathan), इंदिरा गांधी नैशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU), और नवोदय विद्यालय समिति (Navodya Vidyalya Samiti) के शीर्ष अधिकारी भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। साथ ही, इस सेमिनार में 100 से अधिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक भी सम्मिलित हुए।रूट्स 2 रूट्स के महत्वपूर्ण मंच के माध्यम से सेमिनार में सिर्फ NEP के मूलरुप के बारे में ही नहीं, बल्कि मुख्य रूप से इसके कला पक्ष के बारे में भी विचार किया गया। छात्रों का क्षमता, योग्यता मैपिंग और परामर्श आज के इस कार्यक्रम का एक और महत्वपूर्ण घटक बना - जो पहली बार शिक्षा नीति का प्रमुख अंग बना। निश्चित ही यह आने वाली पीढ़ियों के लिए दिशा-निर्धारण करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। 

रूट्स 2 रूट्स के संस्थापक श्री राकेश गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया, जिसके श्री उदय नारायण खवाड़े, पूर्व अपर आयुक्त, केंद्रीय विद्यालय संगठन, ने भी भाषण दिया। विशेष अतिथि, श्री आर के सिन्हा, पूर्व सांसद और एसआईएस ग्रुप के चेयरमैन, ने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली को राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जरूरत थी और कला को मुख्य पाठ्यक्रम में जोड़ने से शिक्षा को अधिक अर्थपूर्ण बनाया जा सकेगा।


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