कमलेश तिवारी संवाददाता कवरेज इंडिया
Prayagraj Coverage India ।महिलाओं और बेटियों के साथ बढ़ रही छेड़खानी की घटनाओं से जहां एक तरफ हाय तौबा मची है ।वही खीरी पुलिस इसको लेकर उदासीन बनी हुई है ।प्रदेश सरकार के निर्देश पर महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षा देने के लिए गठित एंटी रोगियों दस्ता अब सिर्फ पुलिस की डायरी मे सिमट कर रह गया है ।स्कूल काँलेजों मे पठन-पाठन शुरू है, तो ऐसे मे विधालयों के आसपास मनचते टोली बनाकर घूमते रहते हैं ।उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही हो रही है ।
एंटी रोमियों दस्ते का गठन होने पर खीरी इलाके मे शुरूआती दौर मे स्कूल - काँलेज के पास घूमने वाले मनचलों पर अंकुश लग गया था ।कार्यवाही के डर से कही पर कोई छेड़खानी और अभद्रता नही होती थी ।मगर धीरे-धीरे दस्ते की रफ्तार कुंद हो गई तो मनचले फिर सक्रिय हो गये ।काँलेजों मे पढ़ाई शुरू होने पर मनचलों की हरकतें बढ़ती जा रही है ।लोक - लज्जा के डर से छात्राएं मनचलों की शिकायत नही कर रही हैं ।जिससे इनका मनोबल और बढ़ रहा है ।इतना ही नही मनचले महिलाओं से भी छेड़खानी कर रहे है। खीरी थानाध्यक्ष का कहना है कि एंटी रोमियों दस्ते मे एक दरोगा दो पुरूष आरक्षियों की नियुक्ति की गई है ।जहां से कोई शिकायत आती है, वहां पर टीम जाती है ।जबकि क्षेत्र मे पुलिस टीम फील्ड मे सक्रिय नहीं है ।