कमलेश तिवारी संवाददाता कवरेज इंडिया
Prayagraj (Coverage India)। मेजा तहसील के एकदम पश्चिम छोर पर बसे तीन तरफ से टोंस नदी से घिरे सुजनी न्याय पंचायत के कई गांव रेंगा, कोटर, चंद्रोदया, बडिडहा, मझियारी, लोहरा, कौहट, सुजनी, पालपट्टी, आज भी विकास से कोसों दूर हैं। आजादी के सात दसक बीत जाने के बाद भी यह क्षेत्र परिवहन ,चिकित्सा, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं से तो दूर है ही, साथ ही साथ इन गांवों में पानी व सुरक्षा संबंधित कोई इंतजाम नहीं है। न्याय पंचायत के उपरोक्त गांवों के बीच में आज भी बच्चे बच्चियों की उच्च शिक्षा के लिए एक भी माध्यमिक विद्यालय नहीं हैं। इतना ही नहीं कुछ गांवों जैसे कोटर, और चंन्द़ोदया के बीच में एक भी पूर्व माध्यमिक विद्यालय नहीं हैं। जिसके चलते लड़कियों की शिक्षा तो लगभग प्राइमरी के बाद बंद ही हो जाती है ।
बच्चे किसी तरह से दूरदराज या आसपास के गांवों में जूनियर की शिक्षा ले लेते हैं, लेकिन उससे ऊपर की शिक्षा प्राप्त करने के लिए उनको लगभग 12 से 15 किलोमीटर की दूरी अपने निजी साधन से तय करनी पड़ती है। क्यों कि क्षेत्र में साधन भी नहीं चलते हैं। न हीं स्वास्थ्य समस्या होने पर इलाज के लिए एक भी स्वास्थ्य केंद्र ही हैं। सिंचाई के लिए एक छोटी नहर जरूर इन गांवों के बीच में से निकाली गई है, लेकिन उस नहर में पानी कभी-कभी ही आता है। जो पानी कुछ गांव के किसानों को तो मिल जाता है,लेकिन ज्यादातर गांवों के किसान सिंचाई के लिए पानी को भी तरस रहे हैं। पैसों के रखरखाव के लिए क्षेत्र में कहीं भी न तो कोई बैंक है और न ही निकासी के लिए कोई एटीएम आदि की ही व्यवस्था है। जिसके चलते लोगों को पैसों के जमा निकासी के लिए गांव से 10 किलोमीटर दूर आना-जाना पड़ता है। सुनसान और जंगली रास्ता होने के कारण पैसा लेकर आने जाने में लोगों को जान का खतरा भी बना रहता है।सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी इस क्षेत्र में कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। टोंस नदी से घिरा यह क्षेत्र एकदम जंगली है। बावजूद इसके आज तक इस क्षेत्र में एक भी पुलिस चौकी नही है। इलाके का थाना खीरी यहां से लगभग 20 किलोमीटर दूर है। जिसके चलते इस क्षेत्र में अपराधी प्रवृत्तियों वाले लोगों का बोलबाला रहता है। थाना व चौकी न होने के चलते इस क्षेत्र में अवैध कारोबार जैसे गांजा व शराब की बिक्री आदि गैर कानूनी काम खूब फल फूल रहे हैं। चंद्रोदया निवासी बुजुर्ग काशी प्रसाद तिवारी ने कहा कि, अपने क्षेत्र के विकास को लेकर हम यही कह सकते हैं कि, मन की अंधेरिया अंजोरिया से पूछे, हमरउ के दिनवा बहुरिहैं कि नाहीं
स्थानीय लोगों की जुबानी
न्याय पंचायत सुजनी के अंतर्गत एक भी माध्यमिक स्कूल न होने के कारण कई बच्चे बच्चियों को उच्च शिक्षा से वंचित होना पड़ता है। तो वहीं प्राथमिक उपचार हेतु अस्पताल के न होने से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। जनप्रतिनिधियों का क्षेत्र की ओर ध्यान न देना चिंता का विषय है। लल्लू प्रसाद त्रिपाठी पूर्व प्रधान, निवासी रेंगा
क्षेत्र में प्राथमिक अस्पताल, चिकित्सालय, बैंक ,थाना, चौकी कुछ भी न होने से हमें लगता ही नहीं कि हमारा गांव गांव है। न जाने कितने सांसद विधायक आए और सभी ने झूठा आश्वासन दिया आज तक किसी ने भी हमारे क्षेत्र की ओर ध्यान नहीं दिया। राजेन्द्र प्रसाद निवासी कोटर