}(document, "script")); विश्व गीता संस्थान द्वारा आयोजित भजन संध्या में झूमे श्रद्धालु - By Coverage India

विश्व गीता संस्थान द्वारा आयोजित भजन संध्या में झूमे श्रद्धालु - By Coverage India


कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो 

Coverage India: विश्व गीता संस्थान बृज प्रांत उझानी द्वारा नारी शक्ति के महापर्व दुर्गा अष्टमी के उपलक्ष्य में मां महागौरी को समर्पित भव्य भजन संध्या आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता ए0पी0एम0 डिग्री कॉलेज के सचिव श्री राम प्रकाश शर्मा ने की इस भजन संध्या का शुभारंभ मां सरस्वती भगवान कृष्ण व गीता के समक्ष दीप प्रज्जवल करके आरंभ हुआ। आचार्य ऋषिपाल त्रिवेदी द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में कथावाचक आचार्य पंडित देवकीनंदन शर्मा ने गीता के महत्व को समझाते हुए भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा अर्जुन को दिए गए संदेश में निष्काम कर्म योग, भक्ति योग तथा वैराग्य योग की व्याख्या अति सुंदर ढंग से प्रस्तुत कर उपस्थित जन समुदाय को भाव विभोर कर दिया तथा कथा वाचिका विश्वेश्वरी वशिष्ठ द्वारा गीता पर व्याख्यान दिया गया एवं उनके द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी गई। 

अनन्य गुप्ता द्वारा सुंदर भजन प्रस्तुत किए गए जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा डॉ0 उमेश दत्त"उन्मुक्त" ने गीता को सच्चे अर्थों में प्रत्येक जनमानस को समझने के लिए प्रेरित किया तथा उनके द्वारा इस बात पर जोर दिया गया कि प्रत्येक मनुष्य को कर्ताभाव छोड़कर समस्त कार्य संपादित करना ईश्वरी सत्ता की देन है न कि उसकी स्वयं की अगर यह दृष्टिकोण रखेंगे तो एक दिन कोण भी हट जायेगा केवल दृष्टि रह जायेगी। ज्योतिषाचार्य पंडित आशीष गौड ने ज्योतिष पर बोलते हुए भाग्य और कर्म की कुंडली के द्वारा व्याख्या सुंदर ढंग से की। इस अवसर पर भजन गायक प्रमोद तिवारी, पार्श्व संगीत में राधे राधे व संतोष कुमार ने अपने संगीतमय वातावरण से मंत्र मुग्ध कर दिया।

इस अवसर पर एडवोकेट राघवेंद्र शर्मा व गंगा आरती समिति के श्री किशन चंद्र शर्मा, श्री प्रदीप गोयल, श्रीमती आभा गोयल तथा श्री राजन मेहंदी रत्ता द्वारा विद्वानों को समिति के द्वारा सम्मानित किया। कार्यक्रम में डॉ0 ब्रिजेंद्र वार्ष्णेय, कमलेश वार्ष्णेय राजेंद्र साहू, डॉ0 आलोक गुप्ता, राकेश वाल्मीकि,गजेंद्र पंत, श्री उमेश मिश्रा,शिव भारद्वाज,संजीव गुप्ता यादव,कृष्ण मनोज शर्मा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम भगवान दास पैलेस में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संयोजन श्री कृष्ण चंद्र शर्मा द्वारा किया गया, कार्यक्रम का संचालन डॉ0 संतोष गुप्ता ने किया।

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