}(document, "script")); Prayagraj : फसलों को चट कर रहे बेसहारा गौवंश

Prayagraj : फसलों को चट कर रहे बेसहारा गौवंश


कमलेश तिवारी संवाददाता कवरेज इंडिया 

Prayagraj Coverage India: कोरांव  और मेजा के समूचे क्षेत्र में बेसहारा गौवंशियों के आतंक से किसानों की नींद हराम हो गई है ।पूरे दिन खेतों की रखवाली करने वाले किसानों की तैयार फसल को बेसहारा मवेशी रात के अंधेरे में झुंड के झुंड खेतों में घुसकर चट कर जा रहे हैं । क्षेत्र के पालपट्टी , कोटर, रेंगा, लोहरा, बड्डिहा, मझियारी, कौहट, सुजनी, दिघलो, लालतारा, पिपरांव, दसौती, पिपरहटा ,डीही खुर्द, धोबहट, कोलसरा, नीबी, चैलारी, बहरैचा, बघोल, अरूआरी , देवरी सहित  समूचे क्षेत्र में बेसहारा गौवंशियों के आतंक से किसानों की नींद हराम हो गई है ।पूरे दिन खेतों की रखवाली करने वाले किसानों की तैयार फसल को बेसहारा मवेशी रात के अंधेरे में झुंड के झुंड खेतों में घुसकर चट कर जा रहे हैं । क्षेत्र के डीही खुर्द, धोबहट, कोलसरा, नीबी, चैलारी, बहरैचा, बघोल, अरूआरी , देवरी आदि गांवों के किसानों का कहना है कि बेसहारा गौवंशों एवं नील गायों के झुंड धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं । गांव के शंकर दयाल तिवारी, राम बली बिंद, विजय भुर्तिया, बबलू भुर्तिया आदि काश्तकारों का कहना है कि कुछ किसानों ने तो अपने खेतों में कंटीले तार लगाकर घेराबंदी कर लिए हैं । जिससे उनकी फसलें  सुरक्षित है । वर्षा के न होने से अधिकांश खेत परती है । जबकि कुछ निजी साधनों से खाने के लिए बोई गई धान गौवंश नष्ट कर रहे हैं । आज भी किसान परिवार सहित पूरे दिन खेतों की रखवाली करता है । रात सोने के लिए घर जाने के बाद सुबह खेतों में वापस आने पर फसलों को किए गए भारी नुकसान को देखकर अपना सर पकड़ लेता है । किसानों ने बेसहारा मवेशियों के बढ़ते आतंक पर रोक लगाने के लिए मांग की है ।

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