कमलेश तिवारी संवाददाता कवरेज इंडिया
Prayagraj Coverage India क्षेत्र की सड़कें की हालत जर्जर बनी हुई है । वर्षा के होने से सड़क पर गड्ढ़ा कहां बना है। यह पता नही चल रहा है । इसकी वजह से रोजाना लोग चोटहिल हो रहे है ।क्षेत्रीय लोगों को आवागमन मे दिक्कत हो रही है ।
लेड़ियारी, पथरपुर, देवरी, बरहा, खोचा, बरापोखरी, पवाँरी, जानकीतारा, बहरैचा, चैलारी, कोलसरा, नीबी, धोबहट आदि मार्ग खस्ताहाल है । वारिश ने यहां की सड़क का नामोनिशान मिटा दिया है । सड़क मे जगह-जगह बड़े - बड़े गड्ढ़े हो गये है । वर्षा का पानी भर जाने से सड़क पर जलजमाव हो गया है । इस कारण पता ही नही चल पाता कि कहां सड़क है । और कहां गड्ढ़ा है ।
गौरतलब है कि इन मार्गो की मरम्मत चार दशक पूर्व हुई थी ।बसपा शासनकाल मे अंबेडकर नगर के नाम पर एक ही रात मे चैलारी का डामरीकरण किया गया था । इसके बाद भी कुछ गांवों मे जगह-जगह गड्ढ़े मे मिट् टी डालकर छोड़ दिया गया था ।अब वह मिट् टी व जगह- जगह गिट् टी इधर-उधर बिखर गई है । वर्षा होने पर पानी के भर जाने से राहगीरों काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है ।
रात्रि के समय तो हालत और भी खराब हो जाती है । क्योंकि बिजली के न रहने पर लोग गिरकर चोटहिल हो जाते है । वाहनों के गुजरने पर गंदे पानी के छींटे राहगीरों पर पड़ते है ।ग्रामीणों का कहना है कि जलजमाव के कारण संक्रामक बीमारियों के फैसले की आशंका बनी हुई है ।