कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज
भरवारी कौशाम्बी। कोखराज थाना क्षेत्र के भरवारी कस्बे के पास पटाखा फैक्ट्री में रविवार की दोपहर लगभग 12:00 बजे फिर धमाकेदार कई तेज विस्फोट हुए हैं जिससे पटाखा फैक्ट्री के भवन पूरी तरह से धराशाई हो गया है इस फैक्ट्री में फैक्ट्री मालिक उसके पुत्र समेत लगभग 35 लोग मौके पर काम पर मौजूद थे सभी इस विस्फोट से घायल हो गए हैं कई लोगों के चीथड़े उड़ गए हैं कई लोगों के शरीर के मांस के टुकड़े लोथड़े में बदलकर काफी दूर जाकर गिरे हैं कॉफी दूरतक तेज विस्फोट की आवाज सुनकर मौके पर सैकड़ो लोगों की भीड़ लग गई सूचना पाकर स्थानीय पुलिस सहित पुलिस अधीक्षक पुलिस महानिरीक्षक अपर पुलिस महानिदेशक भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे है आनन फानन में तीन दर्जन एंबुलेंस राहत एवं बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंच गई हादसे में घायल 22 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनमें आठ लोगों की हालत अधिक गंभीर होने पर उन्हें इलाज के लिए प्रयागराज रेफर कर दिया गया है घटना स्थल पर 12 लोगों के जले झुलसे बीभत्स शव को एंबुलेंस ने पोस्टमार्टम हाउस पहुचाया है और कई लोगों के शव के चीथड़े उड़ गए थे काफी दूर तक मांस के लोथड़े पड़े थे जिससे यह नहीं समझ में आया कि जो लोगों के शरीर इस हादसे में झुलस गए है उनके लोथड़े हैं या अन्य लोगो के शव भी टुकड़े में हो गए थे जिससे उनकी संख्या का आकलन नहीं हो सकता है आठ लोगों के सलामत शव झुलसे हुए थे लेकिन उनकी शिनाख्त हो सकती है हादसे में 12 लोगों की मौत बताई जाती है जिनमें चार लोगों के शव के चीथड़े मिले है जिससे उनकी मौत के आंकड़ों की संख्या नहीं बताई जा सकती भरवारी कस्बे के पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है।
बिस्फोट की घटना के पीछे एक बार फिर सरकारी नुमाइंदों की बड़ी करतूत उजागर हुई है भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय से पटाखा फैक्ट्री का लाइसेंस जारी होने का नियम है लेकिन भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय ने भरवारी कस्बे में पटाखा फैक्ट्री संचालक का लाइसेंस नहीं दिया है उसके बाद भी बीते कई वर्षों से भरवारी कस्बे में पटाखा फैक्ट्री का संचालन हो रहा था जिसमें विस्फोट के बाद लाशों के ढेर लग गए हैं हालांकि अपर पुलिस महानिदेशक चार लोगों की मौत की बात कर घटनास्थल से वापस चले गए हैं लाशों के ढेर पर चारों तरफ कोहराम मचा हुआ है खबर लिखे जाने तक घटना के दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई है।
इसके पहले भी हो चुका है विस्फोट
भरवारी कस्बे में अवैध पटाखा फैक्ट्री का गहरा रिश्ता है 3 वर्षों पूर्व भी भरवारी कस्बे के एक पटाखा फैक्ट्री में तेज विस्फोट के बाद कई लोगों की मौत हो गई थी लेकिन उस समय विस्फोट के बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई जिससे दूसरी अवैध पटाखा फैक्ट्री का अवैध तरीके से संचालन होता रहा स्थानीय पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है और अवैध पटाखा फैक्ट्री के संचालन के मामले को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी गंभीरता से नहीं लिया वरना इतनी बड़ी विस्फोट की घटना ना होती अभी भी अवैध पटाखा फैक्ट्री के संचालक को यदि गंभीरता से नहीं लिया गया तो फिर पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट की घटनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।