कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज
प्रयागराज। शिक्षा क्षेत्र में नवीनता और रचनात्मकता को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तत्वाधान में पी एम श्री केंद्रीय विद्यालय वायु सेना स्थल मनौरी प्रयागराज में दिनांक 29 नवंबर 2024 को शिक्षकों हेतु कला-समेकित शिक्षण पद्धतियों की प्रतियोगिता ‘समृद्धि- 2024’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन में वाराणसी संभाग के विभिन्न विद्यालयों के लगभग 60 शिक्षकों ने प्रतिभाग कर अपनी शिक्षण कला का प्रदर्शन किया।
संभगस्तरीय समृद्धि 2024 प्रतियोगिता का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ किया गया। स्थल प्राचार्य श्री मनीष कुमार त्रिपाठी ने हरित पौध भेंट कर मुख्य अतिथि सहायक आयुक्त महोदया वाराणसी संभाग डॉ शालिनी दीक्षित और निर्णायक मंडल का स्वागत किया गया । समृद्धि 2024 कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए स्थल प्राचार्य श्री मनीष कुमार त्रिपाठी ने इस बात पर बल दिया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों को पूरा करने हेतु नवीनता और रचनात्मकता को समावेशित करते हुए शिक्षा के बहु आयामी फलक का अनुप्रयोग अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि अब पारंपरिक पढ़ाई से अलग हटकर, कला को शिक्षा का अभिन्न हिस्सा बनाकर शिक्षण छात्रों के लिए रोचक और प्रभावी बनाना आवश्यक है ।मुख्य अतिथि सहायक आयुक्त महोदया वाराणसी संभाग डॉ शालिनी दीक्षित ने दीप प्रज्वलन कर प्रतियोगिता के शुरुआत की घोषणा करते हुए सभी प्रतिभागियों को दिशा निर्देश और शुभकामनाएं दी और कहा कि आज के समय में शिक्षा को छात्रों के लिए रोचक और व्यावहारिक बनाने के लिए कला समेकित शिक्षण पद्धतियाँ बेहद महत्वपूर्ण हैं। कला समेकित पद्धतियाँ न केवल छात्रों की रचनात्मकता को प्रोत्साहित करती हैं, बल्कि उन्हें विषयों की गहरी समझ भी प्रदान करती हैं।
समृद्धि 2024 प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुतियों में कला, संगीत, नाटक और दृश्य माध्यमों का उपयोग करते हुए विविध विषयों को पढ़ाने के अनूठे तरीके प्रस्तुत किए। रचनात्मकता, प्रासंगिकता, और प्रस्तुति कौशल के आधार पर प्रस्तुतियों का मूल्यांकन निर्णायक प्रोफेसर पी के साहू पूर्व उपकुलपति इलाहाबाद विश्वविद्यालय, डॉ अंबालिका मिश्रा, प्रवक्ता डायट प्रयागराज और डॉ वीरभद्र प्रताप सिंह, प्रवक्ता, डायट प्रयागराज एवं वाराणसी संभाग के विभिन्न केंद्रीय विद्यालयों के उप्राचार्य द्वारा किया गया ।प्रोफेसर पी के साहू पूर्व उपकुलपति इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेंगे। कार्यक्रम का समापन श्री परम देव यादव,उप प्राचार्य पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय मनौरी द्वारा मुख्य अतिथि निर्णायक मंडल और प्रतिभागियों के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।