शिवाकांत पाण्डेय। कवरेज इंडिया प्रतापगढ़
पट्टी (प्रतापगढ़)। बेटियों को भी आगे बढ़ने का पूरा अवसर दें और उन्हें शिक्षित बना कर सशक्त बनायें. उक्त विचार आज तरुण चेतना संस्थान द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कोतवाली पट्टी की उप निरीक्षक ज्योति सविता ने व्यक्त किया. सुश्री सविता ने आगे कहा कि बेटियों को बेटे की तुलना में अक्सर पीछे रखा जाता है जिससे समाज में लैंगिक असंतुलन पैदा होता है. उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि बेटियों को पहले खूब पढ़ायें, फिर उनके विवाह के बारें के सोचें. उन्होंने महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा से सम्बंधित विभिन्न हेल्पलाईन की जानकारी दी. इस अवसर पर उपस्थित पृथ्वीगंज चौकी प्रभारी लक्ष्मी कान्त सेंगर ने संस्कृत श्लोक का सन्दर्भ देते हुए कहा कि जहाँ नारियों का सम्मान होता है वहां दैवीय शक्तियां भी समाज के विकास में मदद करती हैं. यह भारतीय समाज में महिलाओं को दिए गए सम्मान को दर्शाता है.
इसी क्रम में रामपुर खागल की महिला लीडर रीता गौतम ने कहा कि हम महिलाओं को अपना अधिकार पाने के लिए स्वयं से आगे आना होगा. श्रीमती रीता ने महिलाओं से कहाँ कि घरेलू हिंसा रोकने के लिए अपनी चुप्पी तोड़ना होगा. इस अवसर पर नवाबाद की लीडर रेखा वर्मा ने कहा कि यदि हम महिलाएं सशक्त व शिक्षित होंगी तभी हमारी आने वाली पीढियां भी सशक्त बनेगीं. कार्यक्रम में दुबौली की लीडर चन्द्र कला बिन्द ने कहा कि हम महिलाये जब एकजुट रहेंगी तभी आगे बढेंगी.
कार्यक्रम में तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने कहा कि महिलाओं की जागरूकता से ही उनके अधिकारो का हनन रोका जा सकता है। श्री अंसारी ने कहा कि सभ्य समाज के लिए महिला हिंसा एक अभिशाप है। इसे रोकने के लिए महिलाओं के साथ पुरुषों को भी आगे आना होगा। श्री अंसारी ने पुरुषों को महिलाओं के प्रति अपनी नकारात्मक सोच बदलने का आह्वाहन किया.
कार्यक्रम के अंत में महिलाओं ने “हम अपना अधिकार माँगते – नहीं किसी से भीख माँगते” तथा “मैं अबला नादान नहीं हूँ – कोई दबी पहचान नहीं हूँ, रखती मन में खुद्दारी हूँ – मैं जन्म दायिनी नारी हूँ” आदि नारों से अपनी शक्ति का एहसास दिलाया.
इस अवसर पर ब्रह्मदेव उपाध्याय, नाजरीन बानो, मंजू देवी, बृज लाल, कलावती, आरती, छाया, गार्गी, लालसा व बाल अधिकार परियोजना के समन्वयक अच्छे लाल बिन्द व सेतु परियोजना के रिसर्च आफिसर श्याम शंकर शुक्ल ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
इस महिला दिवस कार्यक्रम का सञ्चालन बाल अधिकार परियोजना की सुपरवाईजर शकुंतला देवी तथा संयोजन तरुण चेतना की एच आर० मैनेजर हुश्नारा बानो ने किया. कार्यक्रम के अंत में तरुण चेतना के सह निदेशक हकीम अंसारी ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।