}(document, "script")); प्रयागराज के इस युवा ने डिजाइन कर डाली सुपर कार, डिज़ाइन देख दिल कहेगा वाह भाई वाह - By Coverage India

प्रयागराज के इस युवा ने डिजाइन कर डाली सुपर कार, डिज़ाइन देख दिल कहेगा वाह भाई वाह - By Coverage India


कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज 

देश मे इन दिनों दुनिया की बेहतरीन कार को बनाने का काम देश की कई बड़ी कंपनियां कर रही हैं लेकिन अब तक किसी देशी कंपनी ने कोई सुपर कार नही बनाई है । 

ये अभिषेक वैराग्य के सपनों की सुपर कार है... जिसका नाम है 'थंडर', अभिषेक का कहना है कि ये देश की पहली सुपर कार का प्रोटो टाइप है और अगर किस्मत ने साथ दिया तो वो इस प्रोटो टाइप को जल्द डेवेलोप कर देश की पहली सुपर कार को  सड़को पर ले आएंगे । इस कार के प्रोटोटाइप की लागत 16 लाख रुपये आई है। 80 किमी प्रति घंटा दौड़ने वाली इस मॉडल कार की असल रफ्तार 250 किमी प्रति घंटा तक जाएगी और जब ये कार देश की सड़कों पर आयेगी तो इसकी कीमत 50 लाख तक होगी जो दुनिया की सबसे सस्ती सुपर कार कही जाएगी ।

अभिषेक वैराग्य की ये कार मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) के इनोवेशन एवं इंक्यूबेशन हब और कॅश क्राई की ओर से आयोजित दो दिवसीय स्टार्टअप समिट में ये सबका ध्यान अपनी तरफ खींच रही है । खास कर युवा वर्ग इस कार को लेकर खासा उत्साहित है । इतना ही नही इस कार की डिजाइन ने कार निर्माता कंपनियों का भी ध्यान अपनी ओर खींचा है , देश की पहली इस सुपर कार के मॉडल रूप को देखकर कई कंपनियों के प्रमोटर भी तकनीकी बारीकियों समझ रहे है । थंडर नाम की इस कार को डिजाइन करने वाले अभिषेक की कंपनी का नाम एवी आटोमोटिव्स है। इस कर को बनाने में अभिषेक को 4 साल लगे जिसमें कई बार इनको कई सामान में नुकसान भी उठाना पड़ा है लेकिन हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार कर बना ही डाली,

अभिषेक के मुताबिक एक बार चार्ज हो जाने पर ये इलेक्ट्रिक कार 200 किमी तक की दूरी तय करेगी । अभी इसकी स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा है, लेकिन कुछ बदलाव के साथ इसकी रफ्तार 250 किमी प्रति घंटा तक पहुंच जायेगी ।

कार बनाने वाले अभिषेक ने साल 2016 में दिल्ली के महाराजा सूरजमल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी में बीटेक (मैकेनिकल) में दाखिला लिया था। जब दिल नहीं रमा और एक साल बाद ही पढ़ाई छोड़कर घर आ गए। 2019 से सुपर कार का आइडिया आया और अपने भाई अखिलेश की मदद से इसकी डिजाइन पर काम शुरू किया। और करीब चार साल में इसकी प्रोटो टाइप डिजाइन बन कर तैयार हुई । 

इसकी लागत घटाने के लिए अभिषेक ने पुराने मैटेरियल का इस्तेमाल कर 16 लाख रुपयों में इसे तैयार किया । इन पैसों का इंतज़ाम उन्होंने अपने परिवार और मित्रों के सहयोग से किया । अभिषेक बताते है कि इसको बनाने के दौरान कई बार बाधाएं भी आईं लेकिन उन्होंने हिम्मत नही हारी और अब जब कार का डिजाइन बन गया है उन्हें पूरी उम्मीद है कि उन्हें जल्द कोई प्रमोटर कंपनी भी मिल जाएगी जिसके बाद अभिषेक और देश के तमाम युवाओं के सपनो की ये सुपर इलेक्ट्रिक कार देश की सड़को पर फर्राटे भरेगी ।

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