कवरेज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो प्रयागराज
लखनऊ/प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की कथित रूप से पूरी तरह चरमरा जाने के विरोध में आजाद अधिकार सेना ने प्रदेशव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है। पार्टी आगामी 17 अप्रैल, बृहस्पतिवार को प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन करेगी।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश में घटित भयावह घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि राज्य में कानून का राज समाप्त हो चुका है। ठाकुर ने कासगंज में भाजपा नेता द्वारा बलात्कार के गंभीर आरोप, फतेहपुर में हुए सनसनीखेज ट्रिपल मर्डर, प्रयागराज में एक दलित युवक को जिंदा जला देने की हृदयविदारक घटना, वाराणसी का जघन्यतम बलात्कार कांड और स्वयं पीड़ित हरीश मिश्रा को जेल भेजे जाने जैसे मामलों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये घटनाएं प्रदेश में कानून व्यवस्था के पूरी तरह ध्वस्त होने के स्पष्ट प्रमाण हैं।
अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि इन सभी मामलों में पुलिस दबंगों के साथ खड़ी दिखाई दी। उन्होंने आगरा में पुलिस संरक्षण में करणी सेना के कार्यक्रम के दौरान हुई अराजकता का जिक्र करते हुए कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।
आजाद अधिकार सेना ने ऐलान किया है कि वह इस गंभीर स्थिति के खिलाफ प्रत्येक जिला मुख्यालय पर ശക്ത विरोध प्रदर्शन करेगी। पार्टी इन प्रदर्शनों के माध्यम से प्रदेश में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग उठाएगी, ताकि कानून व्यवस्था को सुधारा जा सके और पीड़ितों को न्याय मिल सके।
मुख्य बातें:
विरोध प्रदर्शन की तिथि: 17 अप्रैल (बृहस्पतिवार)
आयोजक: आजाद अधिकार सेना
कारण: उत्तर प्रदेश में ध्वस्त कानून व्यवस्था का विरोध
स्थान: प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालय
मुख्य मांग: प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करना
आरोप: पुलिस का दबंगों के साथ खड़ा होना, कानून व्यवस्था का पूरी तरह चरमरा जाना
उल्लेखित घटनाएं: कासगंज बलात्कार, फतेहपुर ट्रिपल मर्डर, प्रयागराज दलित युवक की हत्या, वाराणसी बलात्कार कांड, हरीश मिश्रा मामला, आगरा करणी सेना कार्यक्रम में अराजकता
आजाद अधिकार सेना के इस प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन से राज्य की राजनीतिक सरगर्मी तेज होने की संभावना है।